An Unbiased View of shiv chalisa in hindi

धूप दीप नैवेद्य चढ़ावे। शंकर सम्मुख पाठ सुनावे॥

सहस कमल में हो रहे धारी। कीन्ह परीक्षा तबहिं पुरारी॥

Chalisa is really a forty-verse prayer committed to a certain Hindu God or Goddess. The verses of the Chalisa glorify the functions and deeds on the deities. It includes verses praying to your Lord for ending sorrow in our life and delivers peace, wellbeing, and prosperity.

किया उपद्रव तारक भारी। देवन सब मिलि तुमहिं जुहारी॥

भगवान शिव जी की चालीसा के बोल निचे दिए गए हैं। श्री शिव चालीसा प्रारम्भ।

अर्थ: हे प्रभु वैसे तो जगत के नातों में माता-पिता, भाई-बंधु, नाते-रिश्तेदार सब होते हैं, लेकिन विपदा पड़ने पर कोई भी साथ नहीं देता। हे स्वामी, बस आपकी ही आस है, आकर मेरे संकटों को हर लो। आपने सदा Shiv chaisa निर्धन को धन दिया है, जिसने जैसा फल चाहा, आपकी भक्ति से वैसा फल प्राप्त किया है। हम आपकी स्तुति, आपकी प्रार्थना किस विधि से करें अर्थात हम अज्ञानी है प्रभु, अगर आपकी पूजा करने में कोई चूक हुई हो तो हे स्वामी, हमें क्षमा shiv chalisa in hindi कर देना।

दुष्ट सकल नित मोहि सतावै। भ्रमत रहौं मोहि चैन न आवै॥

अर्थ: आपके सानिध्य में नंदी व गणेश सागर के बीच खिले कमल के समान दिखाई देते हैं। कार्तिकेय व अन्य गणों की उपस्थिति से आपकी छवि ऐसी बनती है, जिसका वर्णन कोई नहीं कर सकता।

कीन्ह दया तहँ करी सहाई। नीलकण्ठ तब नाम कहाई॥

नमो नमो जय नमः शिवाय। सुर ब्रह्मादिक पार न पाय॥

नन्दि गणेश सोहै तहँ कैसे। सागर मध्य कमल हैं जैसे॥

नन्दि गणेश सोहै तहँ कैसे। सागर मध्य कमल हैं जैसे॥

मात-पिता भ्राता सब होई। संकट में पूछत नहिं कोई॥

दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने प्राचीन हनुमान मंदिर में पूजा किया

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